कन्या के पिता के लिए धैर्य धरना थोड़ा-बहुत संभव भी था; परन्तु वर के पिता पल भर के लिए भी सब्र करने को तैयार न थे। उन्होंने समझ लिया था कि कन्या के विवाह की आयु पार हो चुकी है; परन्तु किसी प्रकार कुछ दिन और भी पार हो गये तो इस चर्चा को भद्र या अभद्र किसी भी उपाय से दबा रखने की क्षमता भी समाप्त हो जायेगी?
Langue Hindi ● Format EPUB ● Pages 30 ● ISBN 6610000024261 ● Taille du fichier 0.3 MB ● Maison d’édition Sai ePublications ● Pays US ● Publié 2017 ● Téléchargeable 24 mois ● Devise EUR ● ID 7542013 ● Protection contre la copie Adobe DRM
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