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Prem Chand 
Mansarovar 1 (मानसरोवर 1, Hindi) 
प्रेमचंद की मशहूर कहानियाँ

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का आवरण Prem Chand: Mansarovar 1 (मानसरोवर 1, Hindi) (ePUB)

कहते हैं जिसने प्रेमचंद नहीं पढ़ा उसने हिन्दुस्तान नहीं पढ़ा। प्रेमचंद ने 14 उपन्यास व 300 से अधिक कहानियाँ लिखीं। उन्होंने अपनी सम्पूर्ण कहानियों को ‘मानसरोवर’ में संजोकर प्रस्तुत किया है। इनमें से अनेक कहानियाँ देश-भर के पाठ्यक्रमों में समाविष्ट हुई हैं, कई पर नाटक व फ़िल्में बनी हैं जब कि कई का भारतीय व विश्व की अनेक भाषाओं में अनुवाद हुआ है। अपने समय और समाज का ऐतिहासिक संदर्भ तो जैसे प्रेमचंद की कहानियों को समस्त भारतीय साहित्य में अमर बना देता है। उनकी कहानियों में अनेक मनोवैज्ञानिक बारीक़ियाँ भी देखने को मिलती हैं। विषय को विस्तार देना व पात्रों के बीच में संवाद उनकी पकड़ को दर्शाते हैं। ये कहानियाँ न केवल पाठकों का मनोरंजन करती हैं बल्कि उत्कृष्ट साहित्य समझने की दृष्टि भी प्रदान करती हैं। ईदगाह, नमक का दारोगा, पूस की रात, कफ़न, शतरंज के खिलाड़ी, पंच-परमेश्वर, आदि अनेक ऐसी कहानियाँ हैं जिन्हें पाठक कभी नहीं भूल पाएँगे। Paperback Edition: 9789380914978

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विषयसूची

प्रेमचंद-जीवन परिचय
ईदगाह
पूस की रात
नमक का दारोगा
ग़रीब की हाय
सुजान भगत
रामलीला
धोखा
जुगनू की चमक
बेटों वाली विधवा
दो बैलों की कथा
बड़े भाई साहब
घरजमाई
दारोगाजी
कफ़न
दो भाई
अन्य पुस्तकें
भाषा अंग्रेज़ी ● स्वरूप EPUB ● पेज 192 ● ISBN 9789380914978 ● फाइल का आकार 0.5 MB ● संपादक GP Editors ● प्रकाशक GENERAL PRESS ● प्रकाशित 2017 ● संस्करण 1 ● डाउनलोड करने योग्य 24 महीने ● मुद्रा EUR ● आईडी 4621809 ● कॉपी सुरक्षा Adobe DRM
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